शनिवार, 25 जून 2011

बलात्कार और सरकारी गुंडों का कहर -

(दैनिक जागरण से साभार)
आज  के  हालत  में  उत्तर  प्रदेश  में यैसे हालत बन गए हैं 'जन्गली जानवरों की हालत' का प्रदेश बन गया है 'उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बहन मायावती के, नारे,वादे, सब के सब गुंडों का राज पुरे प्रदेश में पर इसका सुधार कैसे होगा माननीय मुलायम सिंह के विरोधी दल का कोई स्वरुप ही नहीं.
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पुन: संशोधित : विधायक शाहनवाज राणा निलंबित

Jun 24, 10:05 pm
-छेड़खानी का मामला-
-विवेचना में विधायक के खिलाफ साक्ष्य मिले तो होंगे गिरफ्तार
-दो और हिरासत में, घटना में प्रयुक्त पजेरो और लालबत्ती लगी आडी बरामद
लखनऊ, जाब्यू : मुजफ्फर नगर में दिल्ली की दो लड़कियों से दुराचार का प्रयास करने वालों का संबंध बिजनौर के बसपा विधायक शाहनवाज राणा से प्रमाणित होने के बाद मुख्यमंत्री मायावती ने विधायक को बसपा की सदस्यता से निलंबित कर दिया है। विवेचना में अगर विधायक के खिलाफ साक्ष्य मिले तो उनकी गिरफ्तारी भी होगी। इस सिलसिले में शुक्रवार को पप्पू और शाहिद नाम के दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री मायावती के फैसले से अवगत कराते हुए प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेहबहादुर ने बताया कि 21/22 की रात्रि मुजफ्फर नगर के एक पेट्रोल पम्प के पास दिल्ली के शाहदरा निवासी गौरव जैन और उनकी दो महिला मित्रों के साथ बिजनौर के विधायक शाहनवाज राणा और उनकी पत्‍‌नी के अंगरक्षक नरेंद्र और जर्रार तथा मशरूर और दिलशाद समेत कई लोगों ने छेड़छाड़, अभद्र व्यवहार और दुराचार का प्रयास किया। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर गनर समेत पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों गनर को निलंबित भी कर दिया गया है। अभियुक्तों की निशानदेही पर एक मारुति वैन कार और एक पिस्टल बरामद की गयी है। इस मामले में सद्दाम और शाहबाज को फरार घोषित कर दिया है।
प्रमुख सचिव के मुताबिक विवेचना में यह बात सामने आयी कि दोषियों का सम्बंध विधायक से है तथा गनर विधायक और उनकी पत्नी इंतखाब राणा के हैं। उन्होंने कहा कि शाहनवाज राणा का नाम जुड़ने के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया और यह हिदायत दी कि भविष्य में राणा को पार्टी के किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाएगा। एसटीएफ को घटना की व्यापक जांच का निर्देश दिया गया है। प्रमुख सचिव ने दोहराया कि मुख्यमंत्री ने कानून का राज स्थापित करने के लिए भयमुक्त समाज स्थापित करने पर जोर दिया है। राज्य सरकार ने माफिया और अपराधियों पर अंकुश लगाकर पूर्ववर्ती सरकारों के जंगल राज को खत्म किया है। उन्होंने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को भी हमेशा यह नसीहत दी कि पूर्ववर्ती सरकार के लोगों की तरह आचरण और व्यवहार न करें। इसके बावजूद अगर बसपा के किसी पदाधिकारी, विधायक, सांसद और मंत्री ने गलत आचरण किया और कानून तोड़ा तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गयी।
विशेष पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था बृजलाल ने बताया कि घटना में प्रयुक्त एक पजेरो और लालबत्ती लगी आडी गाड़ी बरामद की गयी है। सद्दाम राणा और साजेब राणा की गिरफ्तारी के लिए पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। अब तक निलंबित बसपा विधायक
शहनवाज राणा बसपा के पांचवें विधायक हैं, जिन्हें निलम्बित किया गया है। पार्टी के चार विधायक अलग-अलग प्रकरणों में पहले से ही निलंबित चल रहे हैं-
-शेखर तिवारी : औरेया के विधायक शेखर इंजीनियर मनोज गुप्ता हत्याकांड में पार्टी से निलंबित।
-आनन्दसेन : मिल्कीपुर (फैजाबाद) के विधायक आनंदसेन शशि के अपहरण और हत्या के मामले में पार्टी से निलंबित।
-श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पण्डित : डिबाई (बुलंद शहर) के विधायक गुड्डू पंडित पंचायत प्रतिनिधियों के आरोप में पार्टी से निलंबित।
-पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी : नरेनी (बांदा) के विधायक पुरुषोत्तम बहुचर्चित शीलू दुराचार के मामले में पार्टी से निलंबित।


सियासी दलों ने बसपा की घेराबंदी की शुरू

Jun 24, 12:07 am
मुजफ्फरनगर : दिल्ली लौट रही युवतियों पर हुई ज्यादती के बाद अन्य सियासी दलों ने बसपा को निशाने पर ले लिया है। प्रदेश, खासकर जिले में कानून व्यवस्था को तार-तार बताते हुए विधायक और उसके गुर्गो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के रूड़की रोड स्थित कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। भाजपा विधानमंडल दल के उपनेता हुकुम सिंह ने कहा कि विधायक और उसके गुर्गो ने पूरे जिले को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन पर मुख्य आरोपी बसपा विधायक को बचाने का आरोप लगाया। यहां से एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष सुरेश राणा के नेतृत्व में डीएम से मिला। भाजपाइयों ने चेतावनी दी कि यदि इस प्रकरण में कोई लीपापोती हुई या सत्ता के प्रभाव में किसी को बचाने की कोशिश की गई तो भाजपा ईट से ईट बजा देगी। प्रतिनिधि मंडल में नगर विधायक अशोक कंसल, पूर्व सांसद सोहनवीर सिंह, जिला महामंत्री विजय शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष देवव्रत त्यागी, डा.सुभाष शर्मा, रमेश खुराना, जितेंद्र कुच्छल, रेणु गर्ग आदि शामिल रहे। उधर, भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कमलकांत एडवोकेट, अनुराग त्यागी, रामनिवास सिंह, आनंद सिंघानिया, दीपक त्यागी, संदीप अग्रवाल आदि ने भी ज्ञापन प्रेषित कर दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की।
इनके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष अशोक वर्मा के नेतृत्व में नगर मजिस्ट्रेट डा.चंद्रभूषण को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसियों ने कहा कि प्रदेश में शासन-प्रशासन मात्र दिखावा रह गया, यहां गुंडाराज है। उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित कर बसपा सरकार को बर्खास्त कर प्रदेश में राज्यपाल शासन लगाने की मांग की। इस दौरन सुबोध धर्मा, महफूज राणा, मोहम्मद आकिल, नानू मियां, जगदीश अरोरा, प्रदीप जैन, अनमोल जैन, अली प्रवेश जैसी, सतीश शर्मा आदि मौजूद रहे।
श्रीकृष्ण सेना के कार्यालय पर हुई आपात सभा में दिल्ली की युवतियों से रेप करने और उन्हें सरंक्षण देने वाले बसपा विधायक के खिलाफ रासुका की कार्रवाई करने की मांग की। बैठक में अजय सिसौदिया, राकेश कश्यप, प्रमोद बजरंगी, ललित गुप्ता, अमित पाल, नीरज धनकर, श्रीपाल, राजेंद्र एडावेकेट, नीरज उपाध्याय, देवेंद्र, जोगेंद्र आदि मौजूद रहे।
व्यापारी सुरक्षा फोरम समिति की बेठक में भी दिल्ली लौट रहीं युवतियों के साथ हुई घटना पर आक्रोश व्यक्त किया गया, साथ ही गुंडों और संरक्षण देने वाले विधायक पर कार्रवाई करने की मांग की। बैठक में सुभाष गोयल, ब्रजेश दीक्षित, विकल्प जैन, अरुण सपरा, श्रवण कुमार, विजय वर्मा आदि मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जिलाध्यक्ष चितरंजन स्वरूप के नेतृत्व में सीओ सदर राजेश कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह, अंसार आढ़ती आदि समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
महिला उत्पीड़न पर नाटक कर रही मुख्यमंत्री: अनुराधा

Jun 24, 12:13 am
मुजफ्फरनगर : रालोद की राष्ट्रीय महासचिव अनुराधा चौधरी ने प्रदेश की बसपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर मुख्यमंत्री नाटक कर रही हैं। महिला उत्पीड़न के खिलाफ उस समय बिल लाने की बात कही जा रही है जब सरकार अपना अंतिम समय पूरा कर रही है। यदि इस बिंदु पर मुख्यमंत्री तनिक भी गंभीर होती महिला उत्पीड़न के विरुद्ध सरकार की शुरुआत में ही बिल पास किया जा सकता था।
अनुराधा चौधरी गुरुवार को अंबा विहार स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से रूबरू थीं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश भर में भूमि अधिग्रहण के नाम पर किसानों का उत्पीड़न कर अपनी झोली भरने का काम किया है। अब विधानसभा चुनाव सिर पर हैं तो अधिग्रहण की नई नीति घोषित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न के अधिकतर मामलों में सरकार से जुड़े लोगों की संलिप्तता उजागर हुई है। मुख्यमंत्री मायावती खुद महिला हैं, लेकिन वह महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के प्रति जरा भी चिंतित नहीं है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए सपा और कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं।

रालोद जिलाध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने कहा कि किसानों को फर्टीलाइजर खाद और बीज की कमी है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए किस समय खरीफ फसलों के लिए हाईब्रिड बीज मुहैया कराया जाए। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के दो बार प्रदेश सचिव रहे हाजी अलीम रोशन तथा शकील अहमद ने अपने सैंकड़ो साथियों के साथ रालोद की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर विधायक मिथलेश पाल, राजेश्वर दत्त त्यागी, दीन मौहम्मद, तरसपाल मलिक, गौरव त्यागी, संदीप मलिक, मुमताज बेगम आदि मौजूद रहे।
जरूरत पड़ी तो मुजफ्फरनगर आएंगी पीड़िता

Jun 24, 12:20 am
मुजफ्फरनगर : सबूतों की कड़ी मजबूत करने के लिए पीड़ित युवतियां मुजफ्फरनगर आएंगी। अफसरों से हुई बातचीत के दौरान युवती ने पुलिस को मौका-ए-वारदात पर ले जाने की हामी भी भरी है। हालांकि अफसरों ने जरूरत पड़ने पर ही पीड़ित युवतियों को बुलाने की बात कही है।
हाइवे पर बसपा विधायक शाहनवाज राना के गुंडों की ज्यादती का शिकार हुई युवती ने साफ कहा था कि हाइवे पर ही एक पेट्रोल पंप से उन्हें अगवा किया गया था। इतना ही नहीं जिस जगह ले जाकर उनसे रेप करने की कोशिश की गई, वहां एक स्कूल भी है। गुरुवार को पुलिस अफसरों ने पीड़ित युवतियों से बातचीत की और कई जानकारी जुटाई। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान मौका-ए-वारदात को लेकर कुछ संशय के बादल घुमड़े। जिस पर पीड़ित युवती ने मौका-ए-वारदात को भली भांति पहचानने का दावा करते हुए पुलिस को वहां ले जाने की बात कही। सूत्रों की माने तो पुलिस जल्द ही युवतियों को भी मुजफ्फरनगर बुला सकती है। हालांकि पुलिस अफसर जरूरत पड़ने पर ही युवतियों को मुजफ्फरनगर बुलाने की दलील दे रहे हैं।
पुलिस ने छोड़ दिया था
विधायक का एक गुर्गा
घटना के बाद जिस वक्त पुलिस मौके पर पहुंची तो मौका-ए-वारदात के इर्द-गिर्द बसपा विधायक का एक गुर्गा पुलिस के हत्थे भी चढ़ गया था। सूत्रों की माने तो मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने सत्ता पक्ष के रौब के चलते उक्त गुर्गे को छोड़ दिया।
स्टील फैक्ट्री में ही बैठा था 'बॉस'
वारदात को अंजाम देने से पहले पजेरो कार में सवार होकर आया शाहजेब राना घटनास्थल से कुछ दूरी पर हाइवे स्थित अपनी स्टील फैक्ट्री में बैठा हुआ था। सूत्रों का कहना है कि पेट्रोल पंप से जैसे ही किसी ने इनोवा कार में लड़कियों के होने की जानकारी दी तो शाहजेब अन्य लोगों के साथ वहां पहुंच गया।
फरार आरोपियों पर इनाम जल्द
विवेचना के दौरान सामने आए शाहजेब व सद्दाम समेत अन्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसएसपी प्रवीण कुमार जल्द ही फरार आरोपियों पर दबाव बढ़ाने के लिए इनाम घोषित कर सकते हैं।

बहन जी के खौफ से घबराए शाहनवाज राना

Jun 24, 12:20 am
मुजफ्फरनगर :
मुख्यमंत्री मायावती के खौफ से घबराए बिजनौर के बसपा विधायक शाहनवाज राना ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने महिलाओं के उत्पीड़न की हाल ही में हुई घटना से पल्ला झाड़ते हुए किसी अपने की संलिप्तता से इंकार किया है। घटना में सुरक्षा कर्मियों की संलिप्तता को भी उन्होंने उनके निजी क्रियाकलाप करार दिया है।
मुख्यमंत्री मायावती का खौफ उनके विधायकों पर भी किस कदर हावी है उसका अंदाजा दो दिन पूर्व नगर के हाईवे स्थित पेट्रोल पंप पर दिल्ली की दो युवतियों के साथ हुई रेप के प्रयास की घटना के बाद हो गया है। इस मामले में बसपा विधायक शाहनवाज राना व उनकी पत्नी तथा जिला पंचायत अध्यक्ष इंतख्वाब राना के सुरक्षा गार्डों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मुख्यमंत्री के खौफ से अपने आप को बचाने के लिए उन्होंने उन लोगों से भी पल्ला झाड़ लिया है, जिन्हें आए दिन उनके आगे-पीछे मंडराते देखा जाता था। यही नहीं उन्होंने इस घटना में अपने सुरक्षा गार्डो की संलिप्तता को भी उनकी निजी हरकत करार देते हुए अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
बसपा विधायक शाहनवाज राना ने लिखित बयान जारी कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का भी प्रशासन से अनुरोध किया है।
विधायक शाहनवाज राना का मुख्यमंत्री के खौफ से घबराना कोई अप्रत्याशित नहीं है। अब तक विभिन्न घटनाओं में संलिप्त मुख्यमंत्री मायावती अपनी पार्टी के सांसद व कई विधायकों को जेल भेज चुकी है। यहीं वजह है कि बसपा विधायक शाहनवाज राना पर मुख्यमंत्री का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है।

लड़कियां देखीं, जागा शैतान

Jun 24, 12:21 am
मुजफ्फरनगर : जिले को शर्मसार करने वाले काले अध्याय की भूमिका आरोपियों ने लड़कियां देखते ही बना ली थी। यहां इनोवा की हेडलाइट ठीक कराने के बाद दिलशाद राना ने बहाना बनाकर लिफ्ट ली और फिर सुनसान जगह ले जाकर पिस्टल तान दी। पुलिस जांच में पजेरो कार का नंबर 0009 और फो‌र्च्यूनर कार का नंबर 0001 सामने आया है जो राना ग्रुप की एक कंपनी के नाम रजिस्टर्ड हैं। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वैगनआर कार को भी बरामद कर लिया।
दो दोस्तों के साथ मसूरी से दिल्ली लौट रहीं युवतियों की इनोवा कार की हेडलाइट खराब हुई तो वह कार समेत हाइवे स्थित हिमालयन पेट्रोल पंप पर पहुंच गई। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जिस वक्त युवतियों की कार का ड्राइवर हेडलाइट ठीक करने की कोशिश कर रहा था तो कार में एक युवक व युवती अपने अंदाज में मस्त थे। इसी दौरान लालबत्ती लगी फो‌र्च्यूनर और पजेरो कार पेट्रोल पंप पर पहुंची थी। यहां से एक कार में 77 व दूसरी कार में 87 लीटर तेल भरवाया गया। जिस वक्त कारों में तेल भरा जा रहा था तो विधायक के गनर व कुछ गुर्गे इनोवा कार के पास पहुंचे और युवक-युवतियों को फटकारकर दबाव में ले लिया। युवक-युवतियों ने हेडलाइट खराब होने की बात कहते हुए मनुहार किया और मदद मांगी। पुलिस तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि दिलशाद राना ने शानू नाम के एक ट्रांसपोर्टर को फोन कर इलेक्ट्रिशियन को भेजने को कहा। इसी दौरान पेट्रोल पंप से पजेरो और फॉरच्यूनर गाड़िया तेल भरवाकर चली गईं। दिलशाद हेडलाइट ठीक कराने के लिए वहीं रुक गया। हेडलाइट ठीक कराने के बाद दिलशाद राना ने बहाने से कार में लिफ्ट ले ली और सूनसान जगह पहुंचते ही पिस्टल तान दी। इससे पहले ही दिलशाद ने फोन कर रागिब और मशरुफ को वैगनआर कार लेकर बुला लिया।
पूर्वनियोजित प्लान के पजेरो कार भी वहलना बाईपास के पास हाईवे से हटकर बताई जगह पहुंच गई। पजेरो में शाहजेब, सद्दाम के अलावा विधायक के तीनों गनर भी थे। यहां मौजूद विधायक समर्थकों ने युवतियों से दुष्कर्म का प्रयास किया। इसी दौरान घबराहट के चलते एक युवती बेहोश हो गई तो आरोपियों के भी हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद आरोपी बीस हजार रुपये व मोबाइल लूटकर फरार हो गए। यहां से बच कर कार में बचे एक मोबाइल से पीड़ितों ने दिल्ली में अपने परिचित यूथ कांग्रेस के नेता को सूचना दी। उक्त नेता ने एसएसपी प्रवीण कुमार को घटना के बारे में बताया। जिस पर एसएसपी ने पुलिस टीम को रवाना किया। बाद में पता चला कि पीड़ित दौराला क्रास कर चुके थे।
राना ग्रुप की हैं कारें
युवती के बयान और पुलिस की तफ्तीश के आधार पर खुलासा हुआ है कि फो‌र्च्यूनर कार का नंबर 0001 और पजेरो कार का नंबर 0009 में है। दोनों ही कारें राना ग्रुप की एक कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त वैगनआर नं. एचआर 26-एई 0489 कार भी बरामद कर ली है। इसके मालिक की तलाश के लिए हरियाणा टीम भेजी गई है।
लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति
विधायक शाहनवाज राना के कथित चालक दिलशाद राना को करीब एक साल पहले विधायक की ही सिफारिश पर पिस्टल का लाइसेंस मिला था। एसएसपी प्रवीण कुमार ने बताया कि दिलशाद के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई है।

शाहनवाज ने प्रकरण से पल्ला झाड़ा

Jun 24, 12:21 am
मुजफ्फरनगर : बिजनौर से बसपा विधायक शाहनवाज राना ने दिल्ली की दो युवतियों के साथ हुई बदसलूकी की घटना से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और पुलिस आधुनिकतम तकनीक के सहारे मामले की गहराई तक पहुंचे।
बसपा विधायक ने लिखित बयान में कहा कि गिरफ्तार हुए लोगों से उनका कोई संबंध नहीं है और न ही सुरक्षा कर्मियों के निजी क्रियाकलापों से उनका कोई वास्ता। मीडिया में जिन गाड़ियों का जिक्र किया गया है, ऐसी कोई गाड़ी या मॉडल उनके पास नहीं है। उन्होंने सारे प्रकरण को विपक्ष की साजिश करार देते हुए मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने मामले में अपना नाम घसीटे जाने को विपक्ष की बौखलाहट बताते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां बसपा के बढ़ते जनाधार को पचा नहीं पा रही हैं। उनके परिवार की छवि को बेवजह धूमिल किया जा रहा है।

सद्दाम, शाहजेब भगोड़े घोषित
Jun 24, 07:25 pm
-दोनों पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित
-विधायक आवास व रिश्तेदारों पर दबिशें
मुजफ्फरनगर, जागरण कार्यालय : बिजनौर विधायक शाहनवाज राना के बसपा से निलंबित होते ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। दिल्ली की युवतियों को अगवा कर दुष्कर्म का प्रयास करने के मामले में विधायक के दो चचेरे भाइयों सद्दाम राना और शाहजेब राना की गिरफ्तारी के लिए शाहनवाज और इनके चाचा हाजी कमरुज्जमां के घरों पर पुलिस ने दबिशें दीं। विधायक की गिरफ्तारी भी हो सकती है। मुख्य आरोपी सद्दाम व शाहजेब को भगोड़े करार देकर एसएसपी ने पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
22 जून को दोस्तों के साथ देहरादून से दिल्ली लौट रहीं दो युवतियों के साथ वहलना के निकट बलात्कार का प्रयास किया गया था। इसमें बसपा विधायक शाहनवाज राना के गनर, कार चालक, जिला पंचायत अध्यक्ष इंतखाब राना के गनर के अलावा विधायक के चचेरे भाई सद्दाम एवं शाहजेब मित्र मंडली के साथ शामिल थे। इस मामले में पुलिस नामजद आरोपी दिलशाद राना (चालक) समेत पांच को जेल भेज चुकी है। आरोपियों में रागिब, मसरूफ तथा गनर नरेंद्र व जर्रार शामिल हैं।
विधायक के निलंबित होते ही पुलिस ने मेरठ रोड स्थित राना हाउस में मुख्य आरोपी सद्दाम व शाहजेब राना की गिरफ्तारी को विधायक व उनके चाचाओं के घर दबिश दी। हालांकि यहां से किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लाल रंग की पजेरो (यूपी12-एस 0009) व सफेद रंग की फो‌र्च्यूनर (बगैर नंबर) कार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया।
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-फरार गनर शमशाद पुलिस हत्थे चढ़ा
विधायक शाहनवाज राना के फरार चल रहे गनर शमशाद ने बिजनौर में आमद करा ली है। वहीं बिजनौर पुलिस ने गनर शमशाद को मुजफ्फरनगर पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया है। पुलिस द्वारा शमशाद से पूछताछ जारी है।
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-भगोड़ों पर बढ़ सकता है इनाम
एसएसपी प्रवीन कुमार के मुताबिक मुख्य आरोपी सद्दाम व शाहजेब की गिरफ्तारी न हुई तो इन पर इनाम की राशि बढ़ा दी जाएगी।

बुधवार, 22 जून 2011

नकल से तैयार हो रहे थे मैनजमेंट गुरू

वाह भाई वाह ...................एजुकेशन हब और नक़ल माफिया.

नकल से तैयार हो रहे थे मैनजमेंट गुरू

Jun 22, 02:32 am
मेरठ, जागरण संवाददाता
गढ़ रोड स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर इंटर कॉलेज में मंगलवार को सामूहिक नकल का मामला प्रकाश में आया। सूचना के बाद परीक्षा कक्ष में पड़ताल करने पहुंचे मीडिया कर्मियों को देखकर भगदड़ मच गई। बड़े पैमाने पर छात्र गाइड, किताबें व पर्चियां रखकर नकल कर रहे थे। भंडाफोड़ के बाद स्कूल के प्रधानाचार्य ने इंस्टीट्यूट संचालकों पर नकल कराने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। प्रधानाचार्य ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और यूनीवर्सिटी को भेजे गए पत्र में परीक्षा को निरस्त कर कहीं और परीक्षाएं कराने के लिए आग्रह किया है।
नागालैंड की द ग्लोबल ओपन यूनीवर्सिटी पत्राचार के माध्यम से स्नातक, परास्नातक, बीबीए, एमबीए, मॉस कम्युनिकेशन आदि कोर्स संचालित करती है। मेरठ महानगर में करीब दर्जन भर शिक्षण संस्थान ग्लोबल यूनीवर्सिटी के लिए एडमीशन करते हैं, जिसमें आरजी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज के पास स्थित यूआइएमटी, आइपीएस, सरस्वती, आईपीएम आदि शामिल हैं।
मंगलवार की सुबह दस बजे से यूनीवर्सिटी की परीक्षाएं शुरू हुई थीं। विभिन्न कोर्सो के लिए 42 छात्र-छात्राएं परीक्षाएं दे रहे थे, जिसमें अधिकांश परीक्षार्थी एमबीए और बीबीए के थे। सूचना पर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोग एक साथ पहुंचे। परीक्षा कक्ष में खुलेआम नकल हो रही थी। लगभग हर परीक्षार्थी के पास किताब, गाइड या नकल की पर्ची थी। मीडिया को देखते ही मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। परीक्षार्थी नकल सामग्री इधर उधर फेंकने लगे।
अंबेडकर कॉलेज के प्रधानाचार्य आरपी सिंह भी मौके पर पहुंचे। पहले तो उन्होंने नकल को सिरे से नकार दिया, मगर जब उन्हें वीडियो फुटेज और फोटोग्राफ्स दिखाए गए तो उन्होंने पूरा दोष इंस्टीट्यूट संचालकों पर मढ़ दिया। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और यूनीवर्सिटी को भेजे गए पत्र में प्रधानाचार्य ने आरोप लगाया है कि नकल माफिया उन पर नकल कराने का दबाव डाल रहे हैं। ऐसे में उनके कॉलेज से सेंटर हटा लिया जाए।
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प्रधानाचार्य और इंस्टीट्यूट संचालक में हुई भिडं़त
अंबेडकर स्कूल में चल रही नकल के खेल की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है। जहां स्कूल प्रबंधन ने इंस्टीट्यूट संचालकों को कटघरे में खड़ा कर दिया, वहीं खुद प्रधानाचार्य भी कई सवालों को जवाब नहीं दे पाए। हालांकि खुद को बेदाग साबित करने के लिए प्रधानाचार्य और एक इंस्टीट्यूट संचालक में जोरदार कहासुनी हुई। मौके पर मौजूद यूआईएमटी के शगुन को प्रधानाचार्य आरपी सिंह से आड़े हाथों लेते हुए परीक्षा केंद्र तक पहुंचने पर जमकर हड़काया। हालांकि प्रधानाचार्य इस बात का जवाब नहीं दे सके कि जब परीक्षाएं कराने की जिम्मेदारी उनकी थी तो परीक्षक नदारद क्यों थे।
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'नकल माफियाओं के दबाव में ऐसा हो रहा था। मैने अपनी रिपोर्ट ऊपर भेज दी है। आगे से ग्लोबल यूनीवर्सिटी की परीक्षाएं हमारे कॉलेज में नहीं होगी।'
-आरपी सिंह, प्रधानाचार्य। 
(दैनिक जागरण से साभार)

मंगलवार, 21 जून 2011

विपक्षी दलों ने मायावती से मांगा इस्तीफा

अमर उजाला से साभार -
लखनऊ।
Story Update : Tuesday, June 21, 2011    12:55 AM
विपक्षी दलों ने सोमवार को बसपा सरकार पर जमकर हल्ला बोला। समाजवादी पार्टी ने कहा कि 48 घंटे में आधा दर्जन बलात्कार कांड के बाद मुख्यमंत्री मायावती ने सत्ता में बने रहने का हक खो दिया है। उन्हें नैतिकता के नाते तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। नेता विरोधी दल शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को सपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री की प्रशासन पर कोई पकड़ नहीं रह गई है। पुलिस निरंकुश, प्रशासन स्वच्छंद है।

शासन की साख खत्म हो चुकी है। महिला मुख्यमंत्री के राज में लड़कियों, महिलाओं से बलात्कार और हत्या की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त होने का आरोप लगाया। नेता विरोधी दल ने सीएमओ डा बीपी सिंह हत्याकांड के खुलासे के पुलिस के दावे पर संदेह जताया। कहा कि मंत्रियों और उच्च अधिकारियों को क्लीन चिट देने की साजिश रची गई है।

भंग करने की मांग 
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने राज्य महिला आयोग पर बसपा के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाते हुए उसे भंग करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं, लड़कियों व नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार, गैंगरेप और हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। राज्य सरकार को अब एक पल भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। महिलाओं पर अत्याचार व उत्पीड़न के विरोध में कांग्रेस जुलाई के पहले सप्ताह में राजधानी में विरोध प्रदर्शन करेगी।

डॉ. जोशी ने मुख्यमंत्री मायावती उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने राजनीतिक दलों और मीडिया पर इन मामलों पर हौवा खड़ा करने का आरोप लगाया है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रसूखदार बसपा नेता की रिश्तेदार हैं इसलिए वह मौन बैठी हैं। उन्होंने सवाल किया कि इन घटनाओं पर महिला आयोग चुप क्यों है? आयोग द्वारा कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? चूंकि आयोग अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहा है इसलिए उसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।

छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं: मुख्य सचिव 
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में 24 घंटे के भीतर आधा दर्जन के करीब दुष्कर्म के मामलों को लेकर भले ही हो-हल्ला मचा हो, लेकिन प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप मिश्र इन वारदातों को छिटपुट घटनाएं मानते हैं। मुख्य सचिव का तो यहां तक कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पहले के मुकाबले बेहतर हो रही है। राज्य में हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में भारी कटौती हो रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ने के सवाल को वह सिरे से खारिज करते हैं।

प्रदेश में लगातार सामने आ रहे दुष्कर्म के मामलों को लेकर राज्य सरकार पर पहले ही विपक्षी दलों के निशाने पर है। अब ऐसे में मुख्य सचिव के इस बयान से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ सकती हैं। योजना आयोग के दफ्तर में प्रदेश की वार्षिक योजना मंजूर करवाने आए मुख्य सचिव से जब पत्रकारों ने दुष्कर्म के मामलों को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था में काफी सुधार हो रहा है। जब उनसे हाल के दुष्कर्म के मामलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं। राज्य सरकार प्रभावी कदम उठाते हुए इसे गंभीरता से ले रही है। मिश्र कहते हैं कि प्रशासन कानून कानून व्यवस्था को काबू रखने में सक्षम है और जल्द कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संविधान तंत्र विफल, राज्यपाल दखल दें: भाजपा
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह प्रदेश की अराजक स्थिति में दखल दें। केंद्र सरकार को प्रदेश में संविधान तंत्र विफल होने की रिपोर्ट भेजें। भाजपा का आरोप है कि बसपा के समर्थन के चलते केंद्र ने प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की कार्यवाही नहीं की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आरोप लगाया कि अपराधियों, बलात्कारियों को सरकारी संरक्षण के चलते उत्तर प्रदेश दुराचार प्रदेश की स्थिति में पहुंच गया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। पुलिस भी अपराधियों के साथ है। कई घटनाओं में पुलिस खुद आरोपी है। मुख्यमंत्री ने सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है। पार्टी प्रवक्ता ह्रदय नारायण दीक्षित ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि कन्नौज की घटना की जांच के लिए प्रदेश अध्यक्ष के साथ राधेश्याम गुप्ता, विधायक सुरेश श्रीवास्तव, सुरेश तिवारी और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष मधु मिश्रा ने घटनास्थल का दौरा किया है।

जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रही सरकारः रालोद 
राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव अनिल दुबे ने बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि पर चिंता जताते हुए बसपा सरकार को कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम बताया। कहा कि ये घटनाएं सरकार के लिए शर्मनाक और प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुंह पर करारा तमाचा हैं। यदि सरकार लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, कन्नौज और बस्ती की घटनाओं पर सरकार चेत जाती तो एटा, गोंडा में बलात्कार, हत्या और कानपुर में बंधक बनाकर दुराचार की घटनाएं न होतीं।

दलित महिलाएं बलात्कार की ज्यादा शिकार
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राज्य सचिव सुधार यादव ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं से लगता नहीं कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज है। दलित बेटी के राज में दलित महिलाएं बलात्कार की सर्वाधिक शिकार हुई हैं। अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, देवरिया की घटनाएं इसका उदाहरण हैं। पुलिस दुराचार जैसे अपराधों की रिपोर्ट नहीं लिख रही है।

बसपा को देना होगा जवाबः आरपीआई (ए)
रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया (ए) के प्रदेश प्रभारी पवन भाई गुप्ता ने कहा कि बसपा सरकार से प्रदेश की जनता का विश्वास उठ गया है। आगामी विधानसभा चुनाव में बसपा को दुराचार की एक-एक घटना का हिसाब देना होगा।