सोनिया को विदेशी कहने वाले शातिर आसाराम माफी मांगो : महिला कांग्रेस
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रायपुर। अभी तक तो हमारे राजनेता ही अपनी फिसलती जुबान के लिए बदनाम थे लेकिन लगता है ये रोग हमारे देश के कुछ आध्यात्म गुरुओं को भी लग गया है। अभी तक सरकार के खिलाफ केवल आग उगलने के लिए योग गुरू बाबा रामदेव ही काफी थे लेकिन अब बाबा आसाराम बापू भी सरकार को खरी-खरी सुनाने लग गये हैं। एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान आसाराम बापू ने सोनिया गांधी को जमकर कोसा अपने बेबाक बायन पर आसाराम ये तक कह गये कि सोनिया गांधी को तो देश छोड़कर चले जाना चाहिए क्योंकि वो एक विदेशी महिला हैं उन्हें देश की पीड़ा से कुछ लेना-देना नहीं है।
जिसके बाद छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेसियों ने आसाराम बापू पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सार्वजिनक रूप से आसाराम बापू को माफी मांगने की बात कही है। कई जगह आसाराम बापू के पोस्टर और पुलते जलाये गये हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अजित जोगी ने एक बयान जारी कर आसाराम के बयान को 'अत्यंत शर्मनाक एवं अक्षम्य'करार दिया है तो वही महिला कांग्रेस ने भी आसारम बापू को आड़े हाथों लिया है। महिला कांग्रेस का कहना है कि उत्पीड़न, हत्याओं के आरोपों में घिरे आसाराम को कई हक नहीं बनता कि वो किसी भी महिला पर यूं टिप्पणी करें। अपने आप को बाबा और बापू कहलाने वाले आसाराम ने बेहद ही अशोभनिय टिप्पणी की है जिसके लिए उन्हें हर हालत में माफी मांगनी चाहिए।
तो वहीं राज्य अध्यक्ष नंदकुमार पटेल व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे ने चेतावनी देते हुए कहा उन्हें छत्तीसगढ़ में आसाराम को घुसने नहीं दिया जाएगा। उनके खिलाफ अपराध दर्ज करने व प्रदेश में प्रतिबंध लगाने मांग की गई है। चौबे ने कहा कि उन्हें कोई हक नहीं बनता कि देश की बहू के बारे इस तरह की फालतू टिप्पणी करें।
जिसके बाद छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेसियों ने आसाराम बापू पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सार्वजिनक रूप से आसाराम बापू को माफी मांगने की बात कही है। कई जगह आसाराम बापू के पोस्टर और पुलते जलाये गये हैं।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अजित जोगी ने एक बयान जारी कर आसाराम के बयान को 'अत्यंत शर्मनाक एवं अक्षम्य'करार दिया है तो वही महिला कांग्रेस ने भी आसारम बापू को आड़े हाथों लिया है। महिला कांग्रेस का कहना है कि उत्पीड़न, हत्याओं के आरोपों में घिरे आसाराम को कई हक नहीं बनता कि वो किसी भी महिला पर यूं टिप्पणी करें। अपने आप को बाबा और बापू कहलाने वाले आसाराम ने बेहद ही अशोभनिय टिप्पणी की है जिसके लिए उन्हें हर हालत में माफी मांगनी चाहिए।
तो वहीं राज्य अध्यक्ष नंदकुमार पटेल व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे ने चेतावनी देते हुए कहा उन्हें छत्तीसगढ़ में आसाराम को घुसने नहीं दिया जाएगा। उनके खिलाफ अपराध दर्ज करने व प्रदेश में प्रतिबंध लगाने मांग की गई है। चौबे ने कहा कि उन्हें कोई हक नहीं बनता कि देश की बहू के बारे इस तरह की फालतू टिप्पणी करें।
आसाराम बापू का पुतला फूंका
Source: bhaskar news | Last Updated 15:45(30/06/11)
रायपुर. यहां आयोजित सत्संग कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ संत आसाराम बापू की टिप्पणी पर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेसियों ने बुधवार को सभी जिला मुख्यालयों समेत गांधी चौक मैदान में बापू का पुतला जलाया। उन्होंने बापू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने और उनकी संस्था के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की मांग की।
पीसीसी अध्यक्ष नंद कुमार पटेल व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने कहा कि बापू स्वयं हत्याओं और भयादोहन जैसे गंभीर आरोपों से घिरे हैं। वे धार्मिक कार्यक्रम में राजनीतिक टिप्पणी कर सांप्रदायिक भावनाएं भड़का रहे हैं।
श्री पटेल व श्री चौबे ने आरोप लगाया है कि आजादी की लड़ाई में सब कुछ न्यौछावर करने वाले नेहरू-गांधी परिवार पर बापू की अपमानजनक टिप्पणी के पीछे भाजपा सरकार भी शामिल है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि धर्म की आड़ में आसाराम बापू ने करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है।
वे फर्जी संत हैं। भविष्य में उन्हें संत वेदांती की तरह राज्य में घुसने नहीं दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि आसाराम बापू ने सोनिया गांधी पर टिप्पणी कर संत परंपरा को कलंकित किया है। उनकी मुख से की गई टिप्पणी दिल को तकलीफ पहुंचाने वाली और निंदनीय है।
उन्होंने भारत में हिंदू धर्म की परंपरा को ही भूला दिया जिसमें विवाहोपरांत भारतीय नारी का घर केवल मृत्यु उपरांत ही छूटता है। सांसद चरणदास महंत ने कहा कि आशाराम अपने गिरहबान में झांके। उनके आश्रम में दूधमुंहे बच्चों की बलि हुई है। देश की जनता उनकी सच्चाई जान चुकी है। श्री महंत कोरबा में पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने संत से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है। कांग्रेस प्रवक्ता रमेश वल्र्यानी, शहर अध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल, महामंत्री निरंजन हरितवाल, शारीक रईस खान, आयशा सिद्दकी, सुधीर कटियार, महेंद्र छाबड़ा, दौलत रोहड़ा समेत सैकड़ों कांग्रेसियों ने संत आसाराम के बयान की निंदा की है।
राजधानी में कांग्रेसियों ने आसाराम बापू के बयान के विरोध में प्रदर्शन कर उनका पुतला फूंका। कांग्रेसियों का आरोप है कि संत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।उनको पहले अपना दामन देखना चाहिए।उनके बेटे पर कई गंभीर आपराधिक मामले पहले से चल रहे हैं।पुतला दहन में विनोद तिवारी, विभाष सिंह, नितिन यादव, सुशील अग्रवाल, आशीष दुबे, सन्नी अग्रवाल, सैय्यद उमैर, प्रताप सिंह भी शामिल थे।
टिप्पणी से आसाराम का चरित्र उजागर : युकां
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर संत आसाराम बापू की टिप्पणी से नाराज युवक कांग्रेस और छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग विकास संगठन ने निंदा की है। युकां ने इसे आसाराम बापू का दोहरा चरित्र बताया।
संगठन के प्रदेश महासचिव पप्पू बघेल और भगवानू नायक ने कहा कि आसाराम बापू को भारतीय संस्कृति का अध्ययन करना चाहिए। सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी करके आसाराम ने अपने दोहरे चरित्र का परिचय दिया है। पिछड़ा वर्ग विकास संगठन की महिला प्रदेश अध्यक्ष विभा साहू के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बुधवार को सिविल लाइन स्थित सागौन बंगले में विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान पार्वती साहू, यशोदा मनहरे, शफीका बानो, बूंदाबाई निषाद, धर्मिन बाई निषाद आदि लोग उपस्थित थे।
बापू की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया
संत आसाराम बापू के कथित बयान से मचे बवाल पर बापू के केंद्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील वानखेड़े ने एक बयान में कहा कि बापू की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। बापू ने किसी के भी बारे में अनुचित बातें नहीं कही। उन्होंने प्रवचन के दौरान अपने भक्तों को बाबा रामदेव के सहयोगियों की बातें बताई थी।
उन्होंने कहा था कि बाबा रामदेव के सहयोगी और अनुयायी पिछले दिनों उनसे मुलाकात की थी। चर्चा में उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को केंद्र सरकार द्वारा कुचलने की बात बताई। साथ ही उन्हें बताया कि बाबा रामदेव के अनुयायी देश में अब मैडम भारत छोड़ो आंदोलन छेड़ने वाले हैं। वे मैडम भारत छोड़ो नारा भी लगा रहे थे।
साथ ही अपनी आगामी योजना भी उन्हें रामदेव ने बताई। यह बात प्रवचन के दौरान बापू ने अपने भक्तों को बताई। इस दौरान उन्होंने न तो किसी राजनीतिक पार्टी का नाम लिया और न ही किसी राजनीतिक हस्ती का। उनकी बातों को अनावश्यक तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। सत्संग का उद्देश्य लोगों के बीच सदाचार और भक्ति फैलाना है। हम किसी की भावनाओं को भड़काना नहीं चाहते। न ही ऐसा काम करते हैं।
पीसीसी अध्यक्ष नंद कुमार पटेल व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने कहा कि बापू स्वयं हत्याओं और भयादोहन जैसे गंभीर आरोपों से घिरे हैं। वे धार्मिक कार्यक्रम में राजनीतिक टिप्पणी कर सांप्रदायिक भावनाएं भड़का रहे हैं।
श्री पटेल व श्री चौबे ने आरोप लगाया है कि आजादी की लड़ाई में सब कुछ न्यौछावर करने वाले नेहरू-गांधी परिवार पर बापू की अपमानजनक टिप्पणी के पीछे भाजपा सरकार भी शामिल है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि धर्म की आड़ में आसाराम बापू ने करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है।
वे फर्जी संत हैं। भविष्य में उन्हें संत वेदांती की तरह राज्य में घुसने नहीं दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि आसाराम बापू ने सोनिया गांधी पर टिप्पणी कर संत परंपरा को कलंकित किया है। उनकी मुख से की गई टिप्पणी दिल को तकलीफ पहुंचाने वाली और निंदनीय है।
उन्होंने भारत में हिंदू धर्म की परंपरा को ही भूला दिया जिसमें विवाहोपरांत भारतीय नारी का घर केवल मृत्यु उपरांत ही छूटता है। सांसद चरणदास महंत ने कहा कि आशाराम अपने गिरहबान में झांके। उनके आश्रम में दूधमुंहे बच्चों की बलि हुई है। देश की जनता उनकी सच्चाई जान चुकी है। श्री महंत कोरबा में पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने संत से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है। कांग्रेस प्रवक्ता रमेश वल्र्यानी, शहर अध्यक्ष इंदरचंद धाड़ीवाल, महामंत्री निरंजन हरितवाल, शारीक रईस खान, आयशा सिद्दकी, सुधीर कटियार, महेंद्र छाबड़ा, दौलत रोहड़ा समेत सैकड़ों कांग्रेसियों ने संत आसाराम के बयान की निंदा की है।
राजधानी में कांग्रेसियों ने आसाराम बापू के बयान के विरोध में प्रदर्शन कर उनका पुतला फूंका। कांग्रेसियों का आरोप है कि संत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।उनको पहले अपना दामन देखना चाहिए।उनके बेटे पर कई गंभीर आपराधिक मामले पहले से चल रहे हैं।पुतला दहन में विनोद तिवारी, विभाष सिंह, नितिन यादव, सुशील अग्रवाल, आशीष दुबे, सन्नी अग्रवाल, सैय्यद उमैर, प्रताप सिंह भी शामिल थे।
टिप्पणी से आसाराम का चरित्र उजागर : युकां
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर संत आसाराम बापू की टिप्पणी से नाराज युवक कांग्रेस और छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग विकास संगठन ने निंदा की है। युकां ने इसे आसाराम बापू का दोहरा चरित्र बताया।
संगठन के प्रदेश महासचिव पप्पू बघेल और भगवानू नायक ने कहा कि आसाराम बापू को भारतीय संस्कृति का अध्ययन करना चाहिए। सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी करके आसाराम ने अपने दोहरे चरित्र का परिचय दिया है। पिछड़ा वर्ग विकास संगठन की महिला प्रदेश अध्यक्ष विभा साहू के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बुधवार को सिविल लाइन स्थित सागौन बंगले में विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान पार्वती साहू, यशोदा मनहरे, शफीका बानो, बूंदाबाई निषाद, धर्मिन बाई निषाद आदि लोग उपस्थित थे।
बापू की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया
संत आसाराम बापू के कथित बयान से मचे बवाल पर बापू के केंद्रीय मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील वानखेड़े ने एक बयान में कहा कि बापू की बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। बापू ने किसी के भी बारे में अनुचित बातें नहीं कही। उन्होंने प्रवचन के दौरान अपने भक्तों को बाबा रामदेव के सहयोगियों की बातें बताई थी।
उन्होंने कहा था कि बाबा रामदेव के सहयोगी और अनुयायी पिछले दिनों उनसे मुलाकात की थी। चर्चा में उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को केंद्र सरकार द्वारा कुचलने की बात बताई। साथ ही उन्हें बताया कि बाबा रामदेव के अनुयायी देश में अब मैडम भारत छोड़ो आंदोलन छेड़ने वाले हैं। वे मैडम भारत छोड़ो नारा भी लगा रहे थे।
साथ ही अपनी आगामी योजना भी उन्हें रामदेव ने बताई। यह बात प्रवचन के दौरान बापू ने अपने भक्तों को बताई। इस दौरान उन्होंने न तो किसी राजनीतिक पार्टी का नाम लिया और न ही किसी राजनीतिक हस्ती का। उनकी बातों को अनावश्यक तरीके से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। सत्संग का उद्देश्य लोगों के बीच सदाचार और भक्ति फैलाना है। हम किसी की भावनाओं को भड़काना नहीं चाहते। न ही ऐसा काम करते हैं।
आपकी राय
क्या संत आसाराम बापू ने टिप्पणी कर संत परंपरा का वाकई अपमान किया है? क्या कांग्रेस मामले को ज़्यादा तूल नहीं दे रही है? इन मुद्दों पर संतुलित शब्दों में अपनी राय जाहिर करें। आप अपनी टिप्पणी के लिए जिम्मेदार हैं।
क्या संत आसाराम बापू ने टिप्पणी कर संत परंपरा का वाकई अपमान किया है? क्या कांग्रेस मामले को ज़्यादा तूल नहीं दे रही है? इन मुद्दों पर संतुलित शब्दों में अपनी राय जाहिर करें। आप अपनी टिप्पणी के लिए जिम्मेदार हैं।
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