बुधवार, 25 जुलाई 2012

वो दिन कब आएगा !


जाते जाते महामहिम श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने महसूश किया की देश भ्रष्टाचार में डूबा है, और जल्द ही इससे मुक्त होगा . जबकि नए राष्ट्रपति विवादों में घिरे हुए आ रहे हैं की ये भ्रष्टाचार से ही चुनाव जीते हैं -


भारत जल्द ही भ्रष्टाचार मुक्त देश बनेगाJul 25, 12:28 am

नई दिल्ली। पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर मंगलवार को अपने विदाई संबोधन में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने विश्वास जताया कि भारत जल्द ही भ्रष्टाचार मुक्त देश बनेगा। पाटिल ने सलाह दी कि सरकार और जनता को मिलकर सुशासन और विकास के शत्रु भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए।
राष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्र के नाम आखिरी संबोधन में उन्होंने कहा, 'आपके चारों ओर हो रही घटनाओं को समझने की क्षमता आपमें है, अपने विचारों को व्यक्त कीजिए। मुझे यकीन है कि हम भारत को मजबूत, प्रगतिशील, संयुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने में नाकामयाब नहीं होंगे।' दहेज, बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या और जन्म के बाद लड़कियों को मार डालने की सामाजिक बुराई को विकास की राह में बाधा करार देते हुए उन्होंने सभी से पुरजोर तरीके से इन कुरीतियों के खिलाफ उठ खड़े होने का आह्वान किया। पाटिल के मुताबिक इन कुप्रथाओं के खिलाफ सरकार, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और अन्य स्वैच्छिक संस्थाओं को मिलकर काम करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं में प्रतिभा और योग्यता की कमी नहीं है, लेकिन सामाजिक अवरोधों और पूर्वाग्रहों की वजह से हम लैंगिक समानता का लक्ष्य पाने से अभी कोसों दूर हैं। लोकतांत्रिक ढांचे में आर्थिक वृद्धि कैसे हासिल की जा सकती है, भारत इसका उदाहरण है। यह आर्थिक तरक्की लोगों की खुशियों और प्रगति में तब्दील होगी। राष्ट्रपति ने खाद्य सुरक्षा का लक्ष्य पाने के लिए कृषि उत्पादकता बढ़ाए जाने पर जोर दिया। साथ ही वर्षा आधिक्य और शुष्क क्षेत्रों में खेती के लिए नए तौर तरीकों को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि कृषि शोध संस्थान और ज्ञान विस्तार के तंत्र निचले स्तर पर ग्राम पंचायतों से समन्वय कर उन्नत तकनीकों और खेती की आधुनिक प्रक्रिया को किसानों तक पहुंचाएंगे।