रविवार, 11 दिसंबर 2011

मायावती का कमाल

मायावती के भाई पर घोटालों के आरोप

Dec 11, 01:10 am
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भाजपा ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती को भ्रष्टाचार के कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि नोएडा में भू आवंटन के बदले मिले धन को छिपाने के लिए 100 से अधिक कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा हैं।
राष्ट्रीय सचिव किरीट सोमैया ने कहा कि उनके पास मायावती के रिश्तेदारों एवं दोस्तों के नाम से चल रही फर्जीवाड़े वाली 125 कंपनियों की सूची है। सोमैया ने उनके भाई आनंद कुमार से जुड़ी 25 कंपनियों के घोटालों की सूची जारी की है। इससे पहले सोमैया लखनऊ में 26 कंपनियों के नामों की सूची जारी कर चुके हैं।
सोमैया ने दावा किया कि उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र के साथ शनिवार को नोएडा में आनंद कुमार से जुड़ी दो ऐसी ही कंपनियों का दौरा भी किया, जहां जाकर पता चला कि उनके पते फर्जी हैं।
किरीट सोमैया ने शनिवार को कलराज मिश्र के साथ दिल्ली में आरोप लगाया कि आनंद कुमार एवं उनकी पत्नी विचित्रलता फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मायावती के भाई व भाभी के साथ सुखदेव कुमार, दीपक बंसल और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर 100 से ज्यादा ऐसी कंपनियां खड़ी की हैं जो फर्जीवाड़े के साथ उगाही करने में लगी हैं।
भाजपा नेताओं ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पंजीकृत मेसर्स सिवानंदा रीयल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड का उल्लेख किया, जिसके मालिक आनंद कुमार एवं विचित्रलता हैं। इस कंपनी की शेयर पूंजी मात्र एक लाख रुपये थी। 2007 में बनी इस कंपनी को 2010 में वीरेंद्र जैन और भूषण भारत ने 142 करोड़ रुपये में खरीदा।
सोमैया ने जानना चाहा है कि वीरेंद्र जैन एवं भूषण भारत कौन हैं और उन्होंने मायावती के भाई से इतनी भारी भरकम राशि देकर कंपनी खरीदकर किसे उपकृत किया है? उन्होंने आनंद कुमार व विचित्रलता के स्वामित्व वाली एक और कंपनी होटल लाइब्रेरी प्राइवेट लिमिटेड का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ लाख रुपये के कारोबार वाली इस कंपनी को वायदा कारोबार एक्सचेंज के जरिए 2010 में 30 करोड़ और 2011 में 157 करोड़ रुपये हासिल हुए। इसी तरह डीबीके इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने वायदा बाजार एक्सचेंज से 37 करोड़ रुपए का मुनाफा दिखाया है।
आनंद कुमार और विचित्रलता से जुड़ी दो और कंपनियों का उल्लेख करते हुए किरीट ने कहा कि 700 रुपये शेयर पूंजी वाली चंबल वैली शुगर मिल्स लिमिटेड नोएडा व 200 रुपये शेयर पूंजी वाली अपर इंडिया सुगर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड नोएडा के नाम भी फर्जीवाड़ा है। इन दोनों कंपनियों का पता ए-19, सेक्टर-10, नोएडा, उत्तर प्रदेश है। शनिवार सुबह कलराज मिश्र एवं किरीट सोमैया इस पते पर पहुंचे तो वहां पर एक कच्चा मकान मिला, जिसका मालिक कोई और था।
सोमैया ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने 2010 में नोएडा प्राधिकरण को एक पत्र लिखकर इस तरह के अवैध तरीके से हो रही उगाही पर दस्तावेज मांगे थे। प्रवर्तन निदेशालय का पत्र साफ करता है कि केंद्र को इस फर्जीवाड़े की पूरी जानकारी है। इसके बावजूद कांग्रेस मायावती सरकार का बचाव कर रही है, जिससे दोनों के बीच साठगांठ साफ हो जाती है।
कलराज मिश्र एवं किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि मायावती की सरकार में अकेले नोएडा में ही एक लाख करोड़ रुपये की लूट ऐसी फर्जी कंपनियों के जरिए की गई। उन्होंने मायावती के परिवार और मित्रों के नाम से की गई इस लूट की स्वतंत्र एजेंसी से व्यापक जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि इन कंपनियों का उपयोग घोटालों एवं नोएडा में भूमि आवंटन से मिले धन को छिपाने और जमा करने के लिए किया जा रहा है।

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